गुरुवार, 14 अप्रैल 2016

GPS Office - Radha Mohan Complex Picture


5 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. जीवन अस्थिर अनजाने ही, हो जाता पथ पर मेल कहीं,
      सीमित पग डग, लम्बी मंज़िल, तय कर लेना कुछ खेल नहीं।
      दाएँ-बाएँ सुख-दुख चलते, सम्मुख चलता पथ का प्रसाद –
      जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला, उस-उस राही को धन्यवाद।

      हटाएं
  2. अवसर के बिना काबिलियत कुछ भी नहीं है।

    जवाब देंहटाएं

Please Comment Your Feedback On GPS Group Concept